नेताजी सुभाष चंद्र बोस की विरासत को हथियाने और उन्हें अपना बताने की बीजेपी-टीएमसी होड़ में पश्चिम बंगाल सरकार ने एक अहम घोषणा की है। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के पहले राज्य में चल रही शह और मात के खेल में केंद्र की चाल को नाकाम करने के लिए इसे सत्तारूढ़ दल की चाल के रूप में देखा जा सकता है।