पश्चिम बंगाल का संदेशखाली मुद्दा फिर से सुर्खियों में आ गया है। एक महिला और उनकी सास ने तृणमूल कांग्रेस नेताओं के खिलाफ अपनी बलात्कार की शिकायत वापस ले ली है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनसे बलात्कार का फर्जी केस कराया गया था। उन्होंने तो यह भी आरोप लगाया है कि उनसे कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराए गए थे। महिलाओं ने इस संदर्भ में पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है और केस वापस लेने की वजह से धमकी व बहिष्कृत किए जाने की आशंका जताई है। यह घटनाक्रम तब आया है जब सोशल मीडिया पर कुछ दिन पहले एक कथित वीडियो में एक भाजपा कार्यकर्ता संदेशखाली घटना में पार्टी की भूमिका का दावा कर रहा था।