कोलकाता में डॉक्टर से रेप, हत्या मामले में राजनीतिक विरोध प्रदर्शन और रैलियों बढ़ती जा रही हैं। भाजपा, टीएमसी, वामपंथी संगठन अपने अपने ढंग से इस मुद्दे पर गुस्सा जताने निकल पड़े हैं। घटना के विरोध में डॉक्टर पहले से ही आंदोलन कर रहे हैं। बंगाल के गवर्नर ने तो धरना स्थल पर जाकर डॉक्टरों से हमदर्दी जताई और कहा कि वे उनके साथ लड़ने को तैयार हैं। दूसरी तरफ उत्तराखंड में इसी तरह गैंगरेप के बाद नर्स की हत्या कर दी गई। बिहार में तो बंगाल से भी वीभत्स घटना हुई है। लेकिन उन दोनों राज्यों में चुप्पी है। उत्तराखंड में इसी तरह की घटना अंकिता भंडारी के साथ हुई थी। उस मामले को राज्य की भाजपा सरकार ने रफा-दफा कर दिया।