मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट की दो-सदस्यीय बेंच ने इशारों-इशारों में वह सब कह दिया जो पिछले कुछ दिनों से मीडिया का एक तबक़ा कहने की कोशिश कर रहा था लेकिन साफ़-साफ़ नहीं कह पा रहा था। न्यायमूर्ति विनीत शरण और भूषण गवई की इस बेंच ने कलकत्ता हाई कोर्ट की एक दो सदस्यीय बेंच की भूमिका पर उँगली उठाई है जिसने पिछले दिनों नारद कांड के अभियुक्तों की ज़मानत पर रिहाई को रोकने के मामले में 'असाधारण फुर्ती’ दिखाई। इस बेंच ने सीबीआई की ‘पक्षपातपूर्ण’ भूमिका पर भी सवाल किया।