पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का एलान कर न सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के दाँव को उलट दिया है, बल्कि उसे उसी के जाल में फँसा दिया है। नंदीग्राम आन्दोलन से उभरे शुभेंदु अधिकारी को बड़े धूमधाम से पार्टी में लाने वाले अमित शाह को अब यह सोचना होगा कि वह वहाँ ममता बनर्जी को कैसे रोकें। लेकिन सबसे बुरी स्थिति तो तृणमूल छोड़ कर बीजेपी में जाने वाले इस नेता की होगी जिसके लिए अब अपनी सीट बचाना भी मुश्किल होगा। उन्हें पार्टी में लाकर इतराने वाली बीजेपी अब उस व्यक्ति की उपयोगिता पर विचार करे, जो अपनी मौजूदा सीट बचा पाएंगे, इस पर भारी संदेह है।
ममता के दाँव में फँसी बीजेपी, चारों खाने चित होंगे शुभेंदु?
- पश्चिम बंगाल
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- 19 Jan, 2021

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का एलान कर न सिर्फ बीजेपी के दाँव को उलट दिया है, बल्कि उसे उसी के जाल में फँसा दिया है।
तृणमूल में हड़कंप
हाल फिलहाल तक मुख्यमंत्री के ख़ास माने जाने वाले अधिकारी ने जब 8 जनवरी को अमित शाह की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल होने का एलान किया तो मेदिनीपुर ज़िले के तृणमूल कार्यकर्ताओं में हड़कंप मचा। हालांकि कुछ दिन पहले तक जिस पार्टी की आलोचना करते नहीं थकते थे, उसमें शामिल होने का उनका कार्यक्रम फीका रहा, क्योंकि उन्होंने एलान तो किया था एक लाख कार्यकर्ताओं के मौजूद होने का, पर यह संख्या 10 हज़ार की भी नहीं थी।