महिला प्रशिक्षु डॉक्टर के दुष्कर्म और हत्या के मामले की जाँच क्या पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीबीआई को सौंप सकती हैं? उन्होंने सीबीआई का ज़िक्र करते हुए इसके लिए कोलकाता पुलिस को रविवार तक का समय दिया है। मुख्यमंत्री ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात के बाद कहा, 'यदि और भी आरोपी हैं और सभी को रविवार तक गिरफ्तार नहीं किया गया तो हम मामले को सीबीआई को सौंप देंगे।'
पिछले गुरुवार रात आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में बलात्कार और हत्या की शिकार हुई डॉक्टर के परिवार से मिलने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को मामले को जल्द सुलझाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वह अपराधियों के लिए मौत की सजा की मांग करेंगी।
32 वर्षीय महिला प्रशिक्षु डॉक्टर का शव आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार हॉल में पाया गया था। उनके शरीर पर चोट के निशान थे। बाद में पोस्टमार्टम से पुष्टि हुई कि हत्या से पहले उनके साथ बलात्कार किया गया था। प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि पीड़िता की आंखों, मुंह और निजी अंगों से खून बह रहा था। उनके बाएं पैर, गर्दन, दाहिने हाथ, और होठों पर भी चोटें थीं।
पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो एक सिविल वॉलिंटियर है और आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल से संबद्ध नहीं है, लेकिन वह अक्सर वहां आता-जाता था। पुलिस का कहना है कि डॉक्टर से बलात्कार और हत्या का आरोपी व्यक्ति कथित तौर पर अपराध करने के बाद अपने घर वापस चला गया था और कुछ घंटों के लिए सो गया था। बाद में उसने सबूत मिटाने के लिए अपने कपड़े धो लिए। हालांकि, पुलिस को आरोपी के जूते पर खून के निशान मिले हैं।
इस मुद्दे पर देश में कई शहरों के डॉक्टरों ने हड़ताल की घोषणा की है। राम मनोहर लोहिया अस्पताल सहित दिल्ली के दस सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर हड़ताल पर चले गए और सभी वैकल्पिक सेवाएं निलंबित कर दी गईं।
उन्होंने यह भी कहा कि वह अपराधियों के लिए मौत की सजा की मांग करेंगी। उन्होंने कहा, 'हमने पुलिस को दोषियों की पहचान करने का आदेश दिया है। उनपर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुक़दमा चलाया जाएगा। पुलिस परिवार के साथ लगातार संपर्क में रहेगी। हमने पहले ही मेडिकल सुपरिंटेंडेंट सह वाइस प्रिंसिपल को हटा दिया है, प्रिंसिपल ने इस्तीफा दे दिया है और कोलकाता पुलिस के एसीपी जो इस क्षेत्र के लिए जिम्मेदार थे, उन्हें भी हटा दिया गया है।'
उन्होंने आगे कहा, 'इससे पहले सिंगूर में तापसी मलिक के साथ बलात्कार, नंदीग्राम में 14 लोगों की हत्या, रिजवानुर रहमान का मामला और गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के नोबेल पुरस्कार की चोरी के मामले सीबीआई को सौंपे गए थे। लेकिन आज तक न्याय नहीं मिला।'
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