जो फ़ैसला करते हैं, उनका भी फ़ैसला होगा। यह धार्मिक उक्ति है। कौन फ़ैसला करेगा, यह साफ़ नहीं है। इस दुनियावी जंजाल के ऊपर जो ताक़त बैठी है, कुछ लोग उसकी ओर इशारा करते हैं। लेकिन एक चीज़ है, जनविवेक, जो जनमत से अलग है। वह उनके बारे में निर्णय करता चलता है जिन्हें कई प्रकार के संयोगों से अपने समकालीन लोगों पर फ़ैसला करने का हक़ मिला हुआ है।