प्रशासनिक सेवाओं के लिए दिल्ली के कुछ सबसे मशहूर कोचिंग संस्थानों में एक ‘दृष्टि’ के संस्थापक और अध्यापक या कोच डॉक्टर विकास दिव्यकीर्ति हिंदुत्ववादी कोप के नए शिकार हैं। उनपर आरोप है कि उन्होंने सीता को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। यह कोप कितना वास्तविक है, यह ख़ुद दिव्यकीर्ति के अनुभव से ही जाना जा सकता है। उनके अनुसार उनके जीवन में पहली बार उनके परिवार के लोग, बच्चे और उनके पड़ोसी तक उनकी सुरक्षा को लेकर आशंकित हैं।
हिंदुत्वराज में पढ़ना फ़िज़ूल है, सोचना ख़तरनाक
- वक़्त-बेवक़्त
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- 14 Nov, 2022

विकास दिव्यकीर्ति की जिस 3 घंटे की क्लास से 45 सेकेंड का टुकड़ा प्रचारित करके हिंदुओं को उत्तेजित करने का प्रयास किया जा रहा है, वह आज की नहीं। कोई 4 साल पुरानी है। उस चर्चा में शामिल कुछ लोग हो सकता है अब प्रशासक या किसी प्रकार के अधिकारी हों। शायद वे कुछ बोलें। इससे अलग एक बात और कहनी है। अब प्रशासनिक सेवाओं के लिए आलोचनात्मकता या विश्लेषणात्मकता की आवश्यकता नहीं।
उन्हें खबर मिली है कि उत्तर प्रदेश में कहीं उन पर एफआईआर भी की गई है। उत्तर प्रदेश की पुलिस हिंदुत्ववादी भावनाओं के प्रति कितनी संवेदनशील है, यह सब जानते हैं। सामूहिक बलात्कार का इरादा ज़ाहिर करने वाले हिंदुत्ववादी ‘संत’ की आलोचना नहीं, सिर्फ़ उसके इस कथन को प्रकाशित करना कितना जोखिम भरा काम है, यह तो मोहम्मद ज़ुबैर की गिरफ़्तारी से हमें मालूम हो गया है।