13 अक्टूबर को श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने देश भर के महत्वपूर्ण लोगों (VIPs) से अपील करते हुए कहा, ‘मुख्यमंत्रियों, राज्यपालों, राजदूतों और यात्रा और सुरक्षा संबंधी प्रोटोकॉल का आनंद लेने वाले सभी लोगों को 22 जनवरी को अयोध्या नहीं आना चाहिए। हम या स्थानीय प्रशासन उनका स्वागत नहीं कर पाएंगे।’ अपनी इस अपील के बाद उन्होंने यह भी नहीं बताया था कि 22 जनवरी को ऐसा क्या होने वाला है। लेकिन 25 अक्टूबर आते आते तक सबकुछ साफ़ हो गया जब ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय समेत कुछ और सदस्यों ने पीएम मोदी से मिलकर उन्हें 22 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन का निमंत्रण दे दिया। अब घटनाओं को आपस में जोड़ा जा सकता था। अब यह अंदाज़ा लगाया जा सकता था कि VIPs को 22 जनवरी को अयोध्या न आने की अपील के पीछे क्या कारण थे?