विवाह से पहले का प्रेम आख़िर विवाह के बाद नफ़रत और तकरार में क्यों बदल जाता है? क्या विवाह के बाद पुरुष बदल जाता है? या फिर औरत बदल जाती है? या फिर युवा सपनों के बीच कोई "वो" आ जाती है? "वो" कौन है? कोई दूसरी स्त्री या पुरुष? लेकिन "वो" काम का बोझ या दफ़्तर का तनाव भी तो हो सकता है?