भारतीय लोक संगीत शैलियों पर काफ़ी स्लो यानि धीमा होने का आरोप लगता रहता है। ऐसा कहा जाता है कि आज की भागती दौड़ती ज़िंदगी में युवा फ़ास्ट यानि तेज़ और धूम -धड़ाके वाले संगीत पसंद करते हैं।