रूस और उक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से बाहरी दुनिया को यह भ्रम है कि वहां सब कुछ युद्ध के इर्द गिर्द घूम रहा है। लेकिन एक वास्तविकता ये भी है कि जीवन का उत्सव वहां अब भी मौजूद है। वैसे एक कलाकार का जीवन भी युद्ध जैसा ही है। रूस से आया नाटक " क़ास्टिंग" कलाकार के जीवन में मौजूद इसी संघर्ष पर आधारित है। इसे भारतीय नाट्य विद्यालय (एन एस डी) के रंग महोत्सव में प्रस्तुत किया गया। कलाकार के जीवन में एक भयावह और एक उत्साह जनक अनुभव हमेशा मौजूद रहता है।