राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को महिमामंडित करने की जो परियोजना कुछ वर्ष पहले शुरू हुई थी, वह अब तेजी से परवान चढ़ती जा रही है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान उत्तर भारत के कई शहरों में गोडसे के मंदिर बनाने के प्रयास हुए हैं और अब इस सिलसिले में गांधी हत्याकांड में गोडसे के सहयोगी रहे अन्य अभियुक्तों को भी 'शहीद’ के तौर पर स्थापित करने की मुहिम शुरू हो गई है।
मेरठ में गांधी के हत्यारों- गोडसे और आप्टे की मूर्तियां लगीं!
- उत्तर प्रदेश
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- 16 Nov, 2021

केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार बनने के बाद से गांधी के हत्यारों गोडसे और उसके साथियों को लगातार महिमामंडित किया जा रहा है।
ताजा मामला है मेरठ में गोडसे और उसके मुख्य सहयोगी रहे नारायण आप्टे का मंदिर बनाने का। इस कृत्य को 15 नवंबर को अंजाम दिया गया। इसी दिन 1949 में गोडसे और आप्टे को अंबाला की जेल में फांसी पर लटकाया गया था।
ग्वालियर में तैयार हुई मूर्तियां
गोडसे और आप्टे की मूर्तियां मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में बन कर तैयार हुई थीं और सितंबर में इन्हें मेरठ भेज दिया गया था। पहले हिंदू महासभा का इरादा इन मूर्तियों को 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती के मौके पर स्थापित करने का था, लेकिन स्थानीय प्रशासन की सख्ती के चलते ऐसा नहीं हो सका। मगर आज स्थानीय पुलिस प्रशासन ने कुछ नहीं किया और मेरठ के हिंदू महासभा भवन में दोनों मूर्तियां स्थापित कर दी गईं।