“बनारस हिंदू विश्वविद्यालय जाति के आधार पर भेदभाव करता है।“ यह आरोप है एक दलित छात्र शिवम सोनकर का, जो पिछले 14 दिनों से कुलपति के निवास के बाहर धरने पर बैठे हैं। उनकी माँग साफ है, उन्हें पीएचडी में प्रवेश दिया जाए। यह माँग सिर्फ एक सीट की नहीं, बल्कि उस भेदभाव के खिलाफ है, जो उनकी नज़र में विश्वविद्यालय की नीतियों में गहरे तक समाया हुआ है। शिवम की यह कहानी बीएचयू जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में जातिगत आधार पर होने वाली कथित नाइंसाफी को भी सामने लाती है।