बीएसपी प्रमुख मायावती ने प्रियंका गांधी के बाद अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि योगी जिस मठ में रहते हैं वह किसी बड़े बंगले से कम नहीं है। सवाल है कि क्या मायावती का इशारा मठ में मिलने वाली सुविधाओं और कथित 'शान-शौकत वाली सुविधाओं' की तरफ़ था? उन्होंने यह तो साफ़ नहीं किया है, लेकिन उन्होंने यह साफ़़ तौर पर कहा कि इस बात को जनता को क्यों नहीं बता दिया जाता।
मायावती ने ट्वीट कर कहा है कि पश्चिमी यूपी की जनता को शायद गोरखपुर में योगी के मठ के बारे में मालूम नहीं है।
1. शायद पश्चिमी यू.पी. की जनता को यह मालूम नहीं है कि गोरखपुर में योगी जी का बना मठ जहाँ वो अधिकांश निवास करते हैं, वो कोई बड़े बगंले से कम नहीं है। यदि इस बारे में भी यह बता देते तो बेहतर होता। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) January 23, 2022
इसके साथ ही मायावती ने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'साथ ही, यह भी बेहतर होता यदि यूपी के सीएम अपनी सरकार की तारीफ़ के साथ-साथ बीएसपी सरकार के जनहित से जुड़े कार्यों का भी कुछ उल्लेख कर देते क्योंकि इन्हें मालूम होना चाहिए कि गरीबों को मकान व भूमिहीनों को जमीन देने के मामले में बीएसपी सरकार का रिकॉर्ड बेहतरीन रहा है।'
योगी आदित्यनाथ पर हमले करते हुए उन्होंने कहा है कि भय, भ्रष्टाचार, भेदभाव व जान-माल-मजहब की असुरक्षा अर्थात् यूपी की बदतर कानून-व्यवस्था, बेरोजगारी व लाखों पलायन आदि विशाल आबादी वाले इस राज्य की सबसे बड़ी समस्याएँ हैं। उन्होंने कहा है कि ये समस्याएँ लगातार बढ़ती ही जा रही हैं एवं लोगों में कुण्ठा पैदा कर रही हैं।
2. यूपी में बीएसपी की रही सरकार में लगभग ढाई लाख गरीब परिवारों को बुनियादी सुविधाएं-युक्त आवास उपलब्ध कराया व करीब 15-20 लाख मकानों की तैयारी चल रही थी, किन्तु सरकार बदलने के कारण यह कार्य अधूरा रह गया, जिसे ही भाजपा भुनाने का प्रयास कर रही है। इन्होंने अपना क्या किया?
— Mayawati (@Mayawati) January 24, 2022
मायावती ने एक दिन पहले ही प्रियंका गांधी के 'सीएम चेहरे' वाले बयान के मामले में निशाना साधा था और कहा था कि उन्होंने कुछ ही घंटों में अपना रुख बदल लिया। मायावती ने उत्तर प्रदेश चुनावों में कांग्रेस को वोट काटने वाली पार्टी कहा।
बीएसपी प्रमुख का यह बयान प्रियंका गांधी के उस सफ़ाई वाले बयान के बाद आया था जिसमें उन्होंने कहा था कि सीएम चेहरे वाली बात उन्होंने चिढ़कर कही थी। प्रियंका गांधी से शुक्रवार को युवा घोषणा पत्र जारी करते वक़्त सवाल पूछा गया था कि क्या कांग्रेस उत्तर प्रदेश में बिना चेहरे के चुनाव लड़ रही है। इस पर प्रियंका ने कहा था कि क्या आपको किसी और का चेहरा कांग्रेस की तरफ़ से दिख रहा है। इसके बाद यह कहा गया था कि अब प्रियंका गांधी ने भी साफ़ कर दिया है कि वही प्रदेश में कांग्रेस का चेहरा हैं।
हालाँकि पार्टी ने इस बारे में कोई औपचारिक एलान नहीं किया। लेकिन इस बयान को लेकर जब मीडिया में चर्चा हुई तो प्रियंका ने शनिवार को इस पर सफाई दी। प्रियंका ने कहा कि उन्होंने यह नहीं कहा कि वही उत्तर प्रदेश में चेहरा हैं और यह बात उन्होंने थोड़ा चिढ़कर कह दी थी क्योंकि बार-बार पत्रकार एक ही सवाल करते हैं।
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