उत्तर प्रदेश सरकार के फ़र्जी मुठभेड़ में मारने की कार्रवाइयों पर दिए गए सर्वोच्च न्यायालय के फ़ैसले के ठीक एक पखवाड़े बाद मऊ के रिटायर्ड फ़ौजी नायब सूबेदार बलदत्त पांडेय ने आरोप लगाया है कि मुठभेड़ के नाम पर एसटीएफ़ ने उनके निरपराध बेटे की ह्त्या की है। इलाहाबाद हाई कोर्ट में बीते सप्ताह दायर याचिका में उन्होंने कहा है कि उनके बेटे के विरुद्ध कोई आपराधिक मामला नहीं था, मुख़्तार अंसारी गैंग का शार्प शूटर बताकर उसे फ़र्जी मुठभेड़ में मार डाला गया।