त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब क्या अदालतों से बेखौफ़ हैं? क्या उन्हें हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का भी डर नहीं है? ऐसा नहीं है तो फिर वह अधिकारियों को अदालत की अवमानना से नहीं डरने को क्यों कह रहे हैं?