Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।अयोध्या के फ़ैसले के बाद ‘सेलिब्रेशन’ वाली तसवीर पर बोले गोगोई । ‘नहीं सोचा था कि फैसलों के बदले राज्यसभा सीट मिलने का आरोप लगेगा’
जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली बेंच ने वर्षों से चले आ रहे अयोध्या विवाद मामले में फ़ैसला सुनाया था। इस फ़ैसले के बाद की एक तसवीर काफी चर्चा में है।
Satya Hindi news Bulletinसत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। पूर्व CJI : यौन उत्पीड़न के आरोप की सुनवाई कर रही बेंच में मेरा शामिल होना गलत था ।‘अयोध्या के फैसले के बाद साथी जजों को 5+ होटल में डिनर कराया वाइन पिलाई’
सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला और उसके परिजनों के फ़ोन नंबर उस सूची में पाए गए हैं, जिनकी जासूसी पेगासस सॉफ्टवेअर के ज़रिए की गई थी।
जस्टिस रंजन गोगोई के साथ क्या साजिश हुई थी? बंगाल चुनाव में प्रभाव डालेगा किसान आंदोलन? पेट्रोल 100 के पार इसके लिए भी ज़िम्मेदार कांग्रेस? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का विश्लेषण. Satya Hindi
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई को मिली जेड प्लस सिक्योरिटी।सरकार ने अपनाया सख्त रवैया, कहा- नया प्रस्ताव नहीं देने वाले
संसद सदस्य की शपथ लेने वाले व्यक्ति को आमतौर पर साथी सदस्यों की ओर से बधाई दी जाती है। लेकिन शायद ही कभी आपने ऐसा देखा होगा कि भारतीय संसद में कोई व्यक्ति शपथ ले रहा हो और कुछ सदस्यों की ओर से शर्म करो के नारे लगाये जाएं। Satya Hindi
भारत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई को सेवानिवृत्त हुए अभी चार महीने भी नहीं बीते कि उन्हें राज्यसभा में नामजद कर दिया गया। राष्ट्रपति द्वारा नामजद किए जानेवाले 12 लोगों में से वे एक हैं।
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहे जस्टिस रंजन गोगोई को रिटायर होने के सिर्फ़ चार महीने बाद ही राज्यसभा का सांसद मनोनीत करने के मामले ने न्यायपालिका की बेदाग़ छवि और सरकार से उसके रिश्तों को लेकर नये सिरे से तीखी बहस छेड़ दी है।
जिस पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने चीफ़ जस्टिस रहते हुए कहा था कि सेवानिवृत्ति के बाद जजों की नियुक्ति न्यायपालिका की आज़ादी पर ‘धब्बा’ है, अब सेवानिवृत्ति के बाद उन्हीं की नियुक्ति राज्यसभा के सदस्य के रूप में कर दी गई है। Satya Hindi
एक के बाद एक रिटायर्ड जज कह रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट के तीन महीने पूर्व रिटायर्ड चीफ़ जस्टिस गोगोई द्वारा राज्यसभा की मानद सीट स्वीकारना देश में न्यायपालिका का सत्ता के हाथ सरेंडर है। वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष और मुकेश कुमार से यही पूछ रहे हैं शीतल पी सिंह।