पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार हटने के बाद शहबाज शरीफ की सरकार ने पूरी ताकत इस बात में लगा दी है कि विदेश से उनकी सरकार के खिलाफ जो अभियान चल रहा है, उसे कैसे खामोश किया जाए। पाकिस्तान में जो पत्रकार, कॉर्टूनिस्ट, व्यंग्यकार, मानवाधिकार कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, उनको कैसे चुप कराया जाए। पाकिस्तान में ऐसे लोगों का जब अपहरण होता है तो उसमें वहां की सेना और अन्य जांच एजेंसियों का नाम आता है। चूंकि सेना ने ही अपनी कठपुतली सरकार वहां बनवा रखी है तो जाहिर सी बात है कि उस सरकार के खिलाफ उठने वाली आवाजों को चुप कराने की उसकी जिम्मेदारी है। सेना के ऑडियो टेप का ताजा मामला काफी दिलचस्प है, जानिएः