क्या समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया (पीटीआई) राष्ट्र- विरोधी है? क्या एक निष्पक्ष समाचार एजेंसी को राष्ट्र-विरोधी कहने का हक़ किसी को है? अभिव्यक्ति की आज़ादी और मीडिया की स्वतंत्रता की बात करने वाले प्रसार भारती को क्या यह हक़ है कि वह पीटीआई को राष्ट्र- विरोधी क़रार दे?