मध्य प्रदेश में भाजपा आई तो सीएम की कुर्सी पर कौन बैठेगा, यह अहम सवाल सत्ता के गलियारों में पूछा जा रहा है। ये सवाल दरअसल भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की ही देन है। ऐसे में शिवराज सिंह चौहान पर चर्चा स्वाभाविक है। मोदी-शाह मय भाजपा कुछ भी कर ले, शिवराज को राजनीतिक रूप से ठिकाने लगाना नामुमकिन है। 3 दिसंबर के बाद भाजपा की अंदरुनी राजनीति तेज होने की उम्मीद है।