कमलेश तिवारी की हत्या में ये साफ़ हो गया है कि उनकी हत्या पैगंबर साहब को लेकर दिये गये एक विवादित बयान के कारण की गई थी। लेकिन आख़िर हत्यारों ने सबूत क्यों छोड़े, इसे लेकर बात की जानी ज़रूरी है। सत्य हिंदी
कमलेश तिवारी की हत्या की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद कई गंभीर बातें सामने आती हैं। वों है कि हत्यारे यह तय करके आये थे कि तिवारी को किसी भी क़ीमत पर जिंदा नहीं छोड़ना है। सत्य हिंदी
हिंदू नेता कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में पुलिस ने कहा है कि इस घटना में किसी आतंकवादी संगठन का हाथ होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। सत्य हिंदी
हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में यूपी पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि इस घटना में किसी आतंकवादी संगठन के शामिल होने से इनकार नहीं किया जा सकता।
कमलेश तिवारी की हत्या के बाद मिल रही जानकारी से पता चलता है कि हत्यारे बेहद ही शातिर हैं और उन्होंने बहुत तयशुदा रणनीति के तहत ही कमलेश की हत्या को अंजाम दिया है।
हिंदू नेता कमलेश तिवारी की मौत के बाद हिंदूवादी नेता साध्वी प्राची ने अब अपनी जान पर ख़तरा बताया है। साध्वी प्राची मुसलिमों के ख़िलाफ़ अक्सर विवादित बयान देकर सुर्खियों में रही हैं।