इंदौर से कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम के आख़िरी क्षण में नाम वापस लेने पर क्या बीजेपी को अब बड़ा नुक़सान हो सकता है? सुमित्रा महाजन ने क्यों कहा कि 'लोग कह रहे हैं, वे अब नोटा को वोट डालेंगे'?
इंदौर में नाम वापसी के आखिरी दिन कांग्रेस प्रत्याशी ने अपना पर्चा वापस ले लिया। उसने यह हरकत भाजपा नेताओं की मौजूदगी में की। इस तरह इंदौर में भी सूरत जैसी कहानी दोहराई जा रही है। जानिए पूरा घटनाक्रमः
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय का एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें उन पर चुनाव में पैसों का लालच देकर वोट खरीदने की कोशिश करने का आरोप लगाया जा रहा है। जानें मामला क्या है।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। विजयवर्गीय: मैं विधायक बनने नहीं आया, मुझे बड़ी जवाबदारी मिलेगी। BJP नेता: सिंधिया की मदद से शिवराज को नहीं बनना चाहिए था CM
बीजेपी नेता अपने बयानों के जरिए भी पहचाने जा रहे हैं। अभी बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने महिलाओं के कपड़ों पर भद्दी टिप्पणी की थी, अब उड़ीसा से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री टुडू ने यूपीएससी के अफसरों को डकैत कह दिया है।
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने महिलाओं के कपड़ों को लेकर बहुत भद्दी टिप्पणियां की हैं। महिलाएं भाजपा से माफी की मांग कर रही हैं। भाजपा के कई नेता अपने विवादास्पद बयानों के लिए जाने जाते हैं।
अग्निपथ योजना को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार शाम को प्रधानमंत्री पर सीधा हमला किया। राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री की चुप्पी सेना के जवानों की बेइज्जती पर मोहर है। राहुल दरअसल बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय की विवादित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पहले तो अग्निवीर को बीजेपी दफ्तर में गार्ड की नौकरी देने की बात कह रहे थे लेकिन अब वो बयान से मुकर गए और कह रहे हैं कि उनका आशय कुछ और था। बहरहाल, वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर बीजेपी के कई कद्दावर नेताओं की नज़र है, यह बात किसी से छिपी हुई नहीं है। लेकिन बंगाल विधानसभा चुनावों के नतीजों ने ऐसे नेताओं की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
पश्चिम बंगाल के चुनाव में ध्रुवीकरण की कोशिश तो काफ़ी पहले से हो रही है, लेकिन अब बीजेपी की प्रस्तावित रथयात्रा से कई लोग इतने आशंकित हैं कि कलकत्ता हाई कोर्ट में इसको चुनौती दी है।
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय का बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक अनैतिक कर्म को ही उजागर नहीं करता, बल्कि ये भी बताता है कि सत्ता के लिए वे अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक तरीक़े आज़माने में विश्वास रखते हैं। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट
कैलाश विजयर्गीय बंगला विवाद को लेकर चर्चा में हैं। मंत्री रहने के दौरान आवंटित हुए बंगले को उन्होंने अपनी पत्नी के नाम कर दिया और किराया भी नहीं दिया है।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में शामिल लोगों को लेकर पीएम मोदी के 'कपड़ों से पहचानने' वाले खोजपरखी बयान के बाद अब बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय का पोहा खाने के तरीके से पहचानने का स्पेशल बयान आया है।Satya Hindi