पीटीआई ने मंत्री के बयान को इस तरह कोट किया है - मुझे इस बात का अंदाजा था कि जिन्हें यूपीएससी के माध्यम से नियुक्त किया जाता है … वे सबसे अधिक जानकार व्यक्ति होते हैं और हमेशा उच्च पदों पर आसीन होते हैं। लेकिन अब मुझे लगता है कि जो लोग वहां से क्वालिफाई हुए हैं उनमें से ज्यादातर डकैत हैं। मैं 100 प्रतिशत नहीं कहता, लेकिन उनमें से कई डकैत हैं।
मंत्री, जो ओडिशा से सांसद हैं, ने कहा कि यूपीएससी कार्यालय दिल्ली में उनके निवास के ठीक पीछे है। शुरू में वो इसका बहुत सम्मान करते थे लेकिन अब उनका नजरिया बदल गया है।
अपने भाषण के दौरान, मंत्री टुडू ने यह भी पूछा: अगर ऐसे शिक्षित लोग हैं तो हमारा समाज भ्रष्टाचार और अन्याय में क्यों उलझा हुआ है? यह हमारी शिक्षा प्रणाली में नैतिकता की कमी के कारण है। हमारे बीच आध्यात्मिक शिक्षा और विचारों का अभाव है। बता दें कि इसी मंत्री ने 2021 में मयूरभंज में अपने निर्वाचन क्षेत्र में राज्य सरकार के अधिकारियों पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाकर विवाद खड़ा कर दिया था।
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