इंदौर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी अक्षय कांति बम को तोड़ने और पार्टी ज्वाइन कराने को लेकर बीजेपी में जबरस्त घमासान मचा हुआ है। लंबे समय के बाद इस मसले पर लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष एवं इंदौर की 9 बार की सांसद सुमित्रा महाजन ‘ताई’ और भाजपा के बड़े नेता कैलाश विजयवर्गीय (भाई) में ‘ठन’ गई है। विजयवर्गीय ने तो बम से जुड़े बयानों को लेकर ताई की अपरोक्ष तरीके से निन्दा तक कर डाली है।
इंदौर: अक्षय कांति बम पर बीजेपी में ही घमासान; अब नोटा को वोट पड़ेंगे?
- मध्य प्रदेश
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- 5 May, 2024

इंदौर से कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम के आख़िरी क्षण में नाम वापस लेने पर क्या बीजेपी को अब बड़ा नुक़सान हो सकता है? सुमित्रा महाजन ने क्यों कहा कि 'लोग कह रहे हैं, वे अब नोटा को वोट डालेंगे'?
बीते मंगलवार 30 अप्रैल को कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने अपना नाम वापस ले लिया था। घटनाक्रम से कांग्रेस में हड़कंप मच गया था। पर्चा वापस लेने के लिए बम कैलाश विजयवर्गीय के सिपहासालार एवं इंदौर के विधायक रमेश मैंदोला के साथ कलेक्टोरेट पहुंचे थे। नाम वापस लेने के बाद कलेक्टोरेट से भाजपा के दफ्तर तक जिस गाड़ी में सवार होकर बम निकले थे, उसमें कैलाश विजयवर्गीय भी बैठे नजर आये थे। मसला यहीं नहीं रुका था। विजयवर्गीय ने एक ट्वीट करते हुए बम का स्वागत प्रधानमंत्री, केन्द्रीय गृह मंत्री और पार्टी अध्यक्ष नड्डा की ओर से भी किया था। यह पूरा मामला बीते मंगलवार से ही सुर्खियों में बना हुआ है।