मध्य प्रदेश में सत्ता और पार्टी नेताओं के बीच चल रहा ‘घमासान’ अब सतह पर आ गया है। सिंहस्थ के मद्देनजर जमीनों के लैंडयूज से जुड़े कानूनी बदलाव और इससे भू-माफिया को होने वाले बड़े फायदे को लेकर उठी तीखी आवाजों को दबाने के लिए पार्टी आलाकमान के निर्देश पर भाजपा के पूर्व सांसद एवं मौजूदा विधायक चिंतामणि मालवीय को कारण बताओ नोटिस थमा दिया गया है।

चिंतामणि मालवीय आलोट सीट से विधायक हैं। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष पद का दायित्व भी उन्हें मिला हुआ है। वे उज्जैन के पूर्व सांसद हैं।