बताए देता हूं मेरी नज़र इतनी तेज है कि मेरी ईडी ने उस कारोबारी को भी धर दबोचा, क्योंकि उसके बच्चों ने राहुल गांधी को भारत यात्रा के दौरान अपनी गुल्लक भेंट कर दी थी…। पढ़िए, विष्णु नागर का व्यंग्य।
जब बोफोर्स तोपों के सौदे में घूस का बवाल खड़ा किया जा सकता है, तब सोरोस कांड को भी उजागर किया जा सकता था। लेकिन, भाजपा के नेता खामोश रहे। पर अडानी कांड का विस्फोट होते ही सोरोस को क्यों उछाल दिया गया?
राहुल गांधी जब यह आरोप लगा रहे हैं कि गौतम अडानी को कई देशों में सौदा दिलाने में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पद का प्रभाव डाला और दोनों के बीच संबंध हैं तो बीजेपी उनको ग़द्दार क्यों बता रही है?
राहुल गांधी पर बीजेपी का हमला । उन्हें देश का सबसे बड़ा ग़द्दार बताया । देश को अस्थिर करने वाले एक ख़तरनाक त्रिकोण का सबसे अहम हिस्सा है । क्यों राहुल पर इतना ख़तरनाक हमला ? क्यों राहुल के खिलाफ इतनी नफ़रत फैला रही है बीजेपी ? क्या है उसकी मंशा ? आशुतोष के साथ चर्चा में राहुल देव, प्रो रविकांत और विवेक देशपांडे ।
अमेरिका द्वारा गौतम अडानी पर रिश्वत देने की योजना का आरोप लगाए जाने के मामले में विरोधियों के निशाने पर रहे जगन मोहन रेड्डी ने जवाब दिया है। जानिए, उन्होंने सफाई में क्या कहा।
तेलंगाना ने अडानी फाउंडेशन से 100 करोड़ रुपये लेने से इनकार कर दिया। सीएम रेवंत रेड्डी ने अडानी घूस कांड से जुड़े अमेरिकी अभियोग का हवाला दिया, कहा कि यह 'राज्य के सम्मान और प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए' है। समझा जाता है कि कांग्रेस आलाकमान के दबाव पर रेवंत ने यह पैसा वापस किया। किसी पार्टी का सौ करोड़ वापस करना बहुत बड़ी बात है।
अडानी, भारतीय। जिनको हजारों करोड़ की रिश्वत दी गई, वे भारतीय। देनेवाले भारतीय, लेनेवाले भारतीय! न देनेवाले को शिकायत है, न लेनेवाले को। न ईडी को दिक्कत है, न सेबी को, न सीबीआई को चिंता है! सारी दिक्कत अमेरिका को है!
गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी को अमेरिकी अदालत ने समन भेजा है। उन पर सौर ऊर्जा अनुबंध हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देने का आरोप है।
गौतम अडानी पर अमेरिका में क़रीब 250 मिलियन डॉलर की रिश्वत की योजना बनाने का अभियोग लगने से भारत की छवि पर कितना असर पड़ेगा? क्या निवेशक पैसा लगाने से हिचकिचाएँगे नहीं?
यूएस में गौतम अडानी के खिलाफ महारिश्वतखोरी की खबर मोदी राज के लिए अच्छी खबर नहीं है। 2014 में मोदी के सत्ता में आने के बाद से ही अडानी समूह की गतिविधियों का विस्तार हुआ लेकिन जिस तरह से इस समूह पर भारत से लेकर अमेरिका, बांग्लादेश, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया में आरोप लगे हैं या लग रहे हैं, उससे कहीं न कहीं मोदी सरकार की छवि पर असर पड़ रहा है। नेता विपक्ष राहुल गांधी पहले दिन से अडानी समूह के बारे में देश की जनता को सचेत कर रहे हैं। लेकिन भाजपा फौरन अडानी समूह के पक्ष में खड़ी हो जाती है।
अमेरिकन मीडिया भारतीय अरबपति गौतम अडानी की कथित रिश्वत योजना के बारे में पूरी दुनिया को लगातार बता रहे हैं। अमेरिकन मीडिया ने 54 पेजों में उन डॉयलॉग का भी ब्यौरा दिया है जो रिश्वत देते समय अडानी समूह के अधिकारियों ने अपने पास रखे। अमरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने अपने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए उन डॉयलॉग को डिकोड किया। जानिए इस दिलचस्प कहानी को सिर्फ सत्य हिन्दी परः