सोशल मीडिया ने लोगों को सशक्त बनाया है या शक्तिहीन? इसने सूचनाओं को आम लोगों की पहुँच में लाया है या ‘भीड़तंत्र’ बनाने का काम किया? ये सवाल इसलिए कि इस दौर में जब सूचनाओं के आदान-प्रदान का सबसे सशक्त माध्यम सोशल मीडिया है तब यही सोशल मीडिया अब लोगों को गुमराह, प्रभावित और दिग्भ्रमित करने का एक 'कपटी' हथियार बन गया है।