यूरोपीय संसद के 23 सदस्यों के जम्मू-कश्मीर दौरे पर सोशल मीडिया पर ज़बरदस्त प्रतिक्रिया हो रही है। ट्विटर पर #ये_कैसा_राष्ट्रवाद  ट्रेंड कर रहा है, जिससे सैकड़ों लोग जुड़ गए हैं। ज़्यादातर लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि अपने ही देश के सांसदों को जम्मू-कश्मीर जाने की इजाज़त नहीं दी गई, पर विदेश से आए सांसदों को अनुमति ही नहीं दी गई, उन्हें पूरी सुविधाएँ मुहैया कराई गईं हैं।