राजस्थान में सोशल मीडिया के जरिए साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश संगठित तरीके से जारी है। सैकड़ों की तादाद में ट्विटर हैंडल हैं जिनसे नफरत और झूठ फैलाया जा रहा है। कुछ मामलों में पुलिस सक्रिय होती है, बयान देती है, फिर चुप हो जाती है। कायदे से ऐसे ट्विटर हैंडल के बारे में राजस्थान पुलिस ट्विटर से शिकायत कर इन्हें बंद करवा सकती है लेकिन ऐसा कुछ हो नहीं रहा है। राजस्थान में जल्द ही चुनाव होने जा रहे हैं और आशंका है कि हिन्दू-मुसलमान ध्रुवीकरण कराने के लिए साम्प्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश तब तक जारी रहेगी।