झारखंड सरकार ने चुनाव आयोग को लिखा है कि असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान झारखंड में 'नफरत फैलाने' के लिए बार-बार राज्य का दौरा कर रहे हैं। इस संबंध में इन दोनों के बयानों को देखा जा सकता है। चुनाव आयोग के सूत्रों का कहना है कि आदर्श आचार संहिता अभी लागू नहीं होने के कारण उनके हाथ बंधे हुए हैं।
बसपा सांसद दानिश अली ने स्पीकर को लिखे अपने पत्र में कहा कि भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने उनके खिलाफ "सबसे गंदे, अपमानजनक अपशब्द" कहे। उन्होंने इसकी जांच संसद की प्रिविलेज कमेटी से कराने की मांग की है। बिधूड़ी के खिलाफ देशभर में प्रतिक्रिया हो रही है।
मणिपुर उस आग में जल रहा है जिसकी चेतावनी डॉ. भीमराव आंबेडकर ने आज़ादी के समय ही दे दी थी। जानिए, उन्होंने क्यों कहा था कि यदि पार्टियाँ धर्म को देश से ऊपर रखेंगी तो हमारी आज़ादी दूसरी बार ख़तरे में पड़ जाएगी।
एक ही पूजा घर में भिन्न भिन्न देवी देवताओं की छवियों से हिंदू मन में कभी भी दुविधा या भ्रम नहीं होता। अगर देवी देवता मात्र अलग अलग रूपाकार नहीं, अलग-अलग विचारों या भावों का प्रतिनिधित्व करते हैं तो क्या उनके अर्थ पर कभी सामाजिक विचार किया गया है?
राजस्थान में सोशल मीडिया के जरिए माहौल को बिगाड़ने की कोशिश अभी भी जारी है। उदयपुर में इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद पुलिस ऐसे तत्वों पर कार्रवाई नहीं कर रही है। राजसमंद में हुई घटना के जरिए भी अफवाह फैलाने की कोशिश की गई।
देश में धार्मिक आधार पर बन रहे नफरत के माहौल के बीच क्या पूर्व नौकरशाहों की चिट्ठी का कोई असर सरकार पर नहीं होगा और क्या जनता को सीधे प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखनी होगी?