अडानी जी ने सौर ऊर्जा की बिक्री का सौदा करने के लिए आंध्र आदि राज्यों के अधिकारियों को 2029 करोड़ रुपए की रिश्वत दी जा रही है या देना तय हुआ है, ऐसा अमेरिका कहता है। अब देखिए इसके खिलाफ केस कौन दर्ज करता है -अमेरिका और गिरफ्तारी का वारंट जारी कौन करती है अमेरिकी अदालत! अडानी, भारतीय। जिनको हजारों करोड़ की रिश्वत दी गई, वे भारतीय। देनेवाले भारतीय, लेनेवाले भारतीय! न देनेवाले को शिकायत है, न लेनेवाले को शिकवा है। न ईडी को दिक्कत है, न सेबी को, न सीबीआई को चिंता है! दाल- भात में मूलचंद की तरह सारी दिक्कत अमेरिका को है! ग़ज़ब है। ठीक है कि अमेरिकी निवेशकों की डॉलर की कमाई से यह रिश्वत दी गई है, तो क्या हुआ? डॉलर पर कहां यह छपा है कि इसकी कमाई से रिश्वत नहीं दी जा सकती?