इस आदमी ने इस देश के हिंदुओं के बड़े हिस्से को पागल बना रखा है। लोग रोजी-रोटी की चिंता छोड़, अब हर मस्जिद के नीचे मंदिर ढूंढने में लगे हैं। पता नहीं कौनसे इतिहास के किन गली-कूचों से निकलकर इतिहासकार आ रहे हैं और जहां देखो, वहां मस्जिद के नीचे प्राचीन मंदिर प्रकट करवा रहे हैं! इस पर उत्पात मचा रहे हैं, तोड़फोड़ करवा रहे हैं, भीड़ को हिंसा करने पर तैयार कर रहे हैं। हत्याएं करवा रहे हैं। ज्ञानवापी मस्जिद के नीचे मंदिर, जामा मस्जिद के नीचे मंदिर, अजमेर शरीफ दरगाह के नीचे मंदिर, संभल की जामा मस्जिद के नीचे मंदिर, ईदगाह मस्जिद के नीचे मंदिर। मंडी में मस्जिद के नीचे मंदिर। मंगलूर में मस्जिद के नीचे मंदिर। इस तरह और भी मस्जिदों में और भी मंदिर बताए जा रहे हैं। वह आदमी मौन स्वीकृति लक्षणम् की मुद्रा में चुपचाप बैठा है। होने दो, मरने दो, उसका छुपा हुआ नारा है, उसके मन की सच्ची बात है।