हम धर्मनिरपेक्षों की समस्या यह है कि हमें देश की असली समस्याओं की पहचान नहीं है। देश की एक अत्यंत गंभीर समस्या 'लव जिहाद ' है, इसे हम आज तक समझ नहीं पाए। हम इस बात से जरा भी विचलित नहीं हुए कि शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी सोनाक्षी ने जहीर इक़बाल से शादी कर ली है। हमने सोचा कि कर ली होगी। ये दो वयस्कों का फ़ैसला है, इस ख़बर पर नज़र पड़ गई तो उसे पढ़ा और आगे बढ़ गए। हमें इस तरह का ख्याल आया ही नहीं, आ ही नहीं सकता है कि अगर शत्रुघ्न सिन्हा ने अपनी बेटी को बचपन से रामायण और महाभारत सुनाई होती तो ऐसी नौबत नहीं आती और शत्रुघ्न सिन्हा की 'श्री लक्ष्मी' को कोई और यानी कोई मुसलमान नहीं उठा ले जाता! इस तरह की सोच रखने के लिए हमें भी कुमार विश्वास होना पड़ता और वह हम हो नहीं सकते थे। इतनी 'काबिलियत' हासिल करना कोई आसान काम है!