राजस्थान में सचिन पायलट की नाराज़गी के कारण दो से तीन दिन के अंदर सियासी तसवीर तेजी से बदली। राजनीति के गलियारों में शोर उठा कि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और राज्य सरकार में उप मुख्यमंत्री पायलट पार्टी को अलविदा कह सकते हैं। ख़बर यह भी आई कि मध्य प्रदेश में अपने पुराने साथी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की तर्ज पर वह बीजेपी का झंडा थाम सकते हैं।
राजस्थान: आख़िर रूठे पायलट को क्यों मना रही है कांग्रेस?
- राजस्थान
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- 6 Mar, 2021

कांग्रेस रूठे हुए पायलट को इसीलिए मना रही है क्योंकि उसे अपनी एक और राज्य सरकार को खोने का ख़तरा मोल नहीं लेना है।
इसी दौरान जयपुर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दफ़्तर से पायलट के पोस्टर्स को हटाए जाने की तसवीरें सामने आईं और माना गया कि इस मौक़े को गहलोत खेमा भुना रहा है और पायलट को पार्टी के बाग़ी के रूप में पेश कर रहा है।
लेकिन चंद घंटों में सियासी माहौल बदल गया। मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला सामने आए और उन्होंने कहा कि पार्टी आलाकमान हर मुद्दे का हल निकालने के लिए तैयार है और पिछले 48 से 72 घंटों में पायलट की कांग्रेस नेतृत्व के साथ कई बार बातचीत हुई है।