काशी और मथुरा के बाद अब अजमेर शरीफ दरगाह पर दावा किया गया है। यह मामला अदालत में भी पहुँच गया और अदालत ने केंद्र सरकार, एएसआई यानी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और दरगाह समिति को नोटिस भी जारी कर दिया है। नोटिस पर जवाब मिलने के बाद अब इस पर आगे की सुनवाई 20 दिसंबर को होगी।
अब अजमेर शरीफ दरगाह के नीचे शिव मंदिर होने का दावा, जानें कोर्ट ने क्या कहा
- राजस्थान
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- 29 Mar, 2025
काशी और मथुरा में मस्जिदों के नीचे मंदिर होने के दावे के बाद अब अजमेर शरीफ दरगाह का मामला सामने आया है। जानिए, क्या दावा किया गया और कोर्ट ने क्या आदेश दिया।

हिंदू सेना के प्रमुख विष्णु गुप्ता ने दरगाह के सर्वेक्षण की मांग करने के लिए याचिका लगाई है। अदालत के सामने दावा किया गया है कि दरगाह सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का मकबरा एक शिव मंदिर था। उन्होंने बुधवार को इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि अजमेर शरीफ दरगाह में भी 'काशी और मथुरा की तरह' एक मंदिर है। इस बीच दरगाह के गद्दी नशीन सैयद सरवर चिश्ती ने कहा है कि मुस्लिम समुदाय के प्रति नफरत पैदा करने के लिए यह मामला दर्ज किया गया है।