राजनीति में आगे बढ़ने के लिए धैर्य होना बहुत ज़रूरी है क्योंकि लाल बत्ती की गाड़ियां, सलाम ठोकते सरकारी अफ़सर और नेता की गाड़ी के पीछे दौड़ लगाते कार्यकर्ताओं की भीड़ किसी भी आम आदमी को बहुत आकर्षित करती है लेकिन इस फ़ील्ड में जोख़िम बहुत ज़्यादा है। आपको हर कदम फूंक-फूंक कर रखना पड़ता है और सियासी महत्वाकांक्षाओं के घोड़ों की भी लगाम खींचकर रखनी होती है क्योंकि एक छोटी सी चूक भी सियासी करियर ख़राब कर सकती है।