पंजाब में लंबे समय तक बीजेपी के साथ राजनीति करते रहे शिरोमणि अकाली दल को कृषि क़ानूनों के पुरजोर विरोध के कारण सियासी राहें अलग करनी पड़ीं। कृषि क़ानूनों को लेकर पंजाब की सियासत में आलम यह है कि मोदी लहर के भरोसे वहां विस्तार करने में जुटी बीजेपी के नेताओं का जनता को इन क़ानूनों के बारे में बताना तक मुश्किल हो गया है। ऐसे में विस्तार तो दूर की बात है।
सुखबीर बोले- किसान बात मान लें तो देशभक्त, न मानें तो आतंकवादी
- पंजाब
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- 29 Mar, 2025
किसानों के इन क़ानूनों के पुरजोर विरोध में उतरने के कारण ही अकाली दल ने एनडीए से नाता तोड़ा और सरकार में शामिल मंत्री हरसिमरत कौर बादल का इस्तीफ़ा करवा दिया।

कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ किसानों के आंदोलन की शुरुआत पंजाब से ही हुई। तीन महीने तक पंजाब में आंदोलन के बाद किसानों ने 26 नवंबर को दिल्ली कूच का एलान किया। तब तक पंजाब का सियासी माहौल गर्म हो चुका था।