विधान सभा चुनावों की चर्चा अचानक पंजाब की तरफ मुड़ गई है। पर यह बताना जरूरी है कि बीजेपी और केन्द्र सरकार ने पंजाब में अपनी खराब स्थिति और शुरुआती अकेलेपन को जानते हुए भी निरंतर अपनी चालें चली हैं और सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जालन्धर की जमीन पर उतारने के साथ अपना तुरुप का पत्त्ता भी चल दिया है। इस दिशा में उसे कांग्रेस से निकले अमरिन्दर सिंह का साथ मिलना एक ‘सफलता’ है तो बाबा राम रहीम जैसे विवादास्पद डेरा प्रमुख को जेल से बाहर लाने का धतकरम भी करना पड़ा है।
क्या चन्नी नई शुरुआत करा सकेंगे?
- पंजाब
- |
- |
- 16 Feb, 2022

कांग्रेस को पंजाब में प्रभावशाली दलित समुदाय से बड़ी उम्मीद इस चुनाव में है। लेकिन क्या पंजाब के दलित मतदाता कांग्रेस के हक में एकजुट होकर वोट करेंगे?
कांग्रेस के नेता राहुल गांधी अगर पंजाब में जुटे हैं तो ‘आप’ भी पूरी ताकत से लगी हुई है। अकाली जीवन मरण की लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन ज्यादा कुछ आता नहीं दिखता। उसने जरूर बसपा को साथ लेकर दलित उपमुख्यमंत्री जैसी घोषणा करके जमीनी हकीकत को ज्यादा जानने का प्रमाण दिया है। एक जट सिख को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित करने का वादा आप ने किया है।
उधर, कांग्रेस ने दलित मुख्यमंत्री सामने पेश कर और मुख्यमंत्री के तौर पर अगली दावेदारी भी घोषित करके अपना दांव साफ कर दिया है।