आज़ादी के अमृत महोत्सव पर ‘हर घर तिरंगा’ की पहल ऐतिहासिक और अनूठी है। इस मुहिम को शुरू कर नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर यह अहसास कराया है कि फ़ैसले करने में वे परंपरागत दक्षिणपंथी सोच से कई बार आगे निकल आते हैं। आरएसएस से जुड़े रहे नरेंद्र मोदी भी जानते हैं कि संघ के प्रांगण में तिरंगा फहराने की मनाही थी और आजादी के 55 साल बाद ही वर्ष 2002 में संघ के नागपुर कार्यालय में तिरंगा फहराया जाना शुरू हुआ।