प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए देशबंदी की घोषणा कर दी है। औद्योगिक गतिविधियाँ ठप हैं। ग्रामीण इलाक़ों से शहरों में दिहाड़ी मज़दूरी करने वाले अपने गाँवों की ओर भाग रहे हैं। छोटे उद्योग चलाने वालों ने अपने दिहाड़ी कर्मचारियों की छुट्टी कर दी है। वहीं गाँवों में ख़ासकर वाणिज्यिक कृषि करने वालों के ऊपर भी मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है।
आर्थिक मंदी में उम्मीद फ़सलों से थी, लॉकडाउन से किसान भी हो रहे हैं बर्बाद
- विचार
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- 9 Apr, 2020

अगर कृषि क्षेत्र में फ़सलों की समस्याओं का तत्काल समाधान न किया जाए, तैयार फ़सलों की कटाई न की जाए और उन्हें मंडी तक न पहुँचाया जाए तो फ़सलें ख़राब हो जाएँगी।
इस सीजन में गेहूँ, प्याज, लीची जैसी तमाम फ़सलें और फल पककर तैयार होते हैं। महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर कोविड-19 के मरीज सामने आ रहे हैं और राज्य में व्यापक बंदी है। महाराष्ट्र प्याज का सबसे बड़ा उत्पादक है और नासिक ज़िले की लासलगाँव मंडी एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी है। ज़िले में कोरोना का मरीज पाए जाने के बाद लासलगाँव मंडी बंद है। वहाँ पर सिर्फ़ विनचुर मंडी खुली हुई है और वहाँ आवक सामान्य दिनों की तुलना में दोगुनी हो गई है।