पहली तिमाही के आंकड़े 30 अगस्त को जारी किए गए। जिससे पता चलता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार सुस्त हो गई है। आरबीआई ने जिस रफ्तार से जीडीपी के बढ़ने की उम्मीद जताई थी, यह उससे कम है। हालांकि अर्थशास्त्री अभी भी इसमें उम्मीद देख रहे हैं। लेकिन खेती की खराब हालत और खपत कम होने का सीधा प्रभाव दिखाई दे रहा है। मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर भी बेहतर नहीं कर पा रहा है।