वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रताप वैदिक के एक करीबी रिश्तेदार के अनुसार मंगलवार को उनके गुड़गांव स्थित घर में बेहोश होने के बाद निधन हो गया। वह 78 वर्ष के थे। वैदिक के परिवार में एक बेटा और एक बेटी है।
रिश्तेदार ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि वरिष्ठ पत्रकार सुबह गुड़गांव स्थित अपने आवास में वॉशरूम में गए थे। जब वो काफी देर तक बाहर नहीं आए तो उनके सहायक को शक हुआ। उन्हें बेहोशी की हालत में नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
वैदिक ने एक दशक तक प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) के साथ हिंदी समाचार एजेंसी 'भाषा' के संस्थापक-संपादक के रूप में काम किया। वे टाइम्स ग्रुप के नवभारत टाइम्स में संपादक (विचार) के पद पर भी रहे।
वे भारतीय भाषाओं के अधिकारों की रक्षा करने वाले संगठन भारतीय भाषा सम्मेलन के अंतिम अध्यक्ष भी थे। वो एक राजनीतिक विश्लेषक और प्रसिद्ध स्तंभकार थे। उन्हें करीब से जानने वाले उन्हें प्रभाष जोशी और राजेंद्र माथुर के स्तर का पत्रकार-लेखक बता रहे हैं। उन्होंने पाकिस्तान जाकर आतंकी अजहर मसूद का इंटरव्यू भी लिया था। एक समय उन्होंने एक बड़े ग्रुप की कुछ लोकप्रिय पत्रिकाओं के नाम खरीद लिए थे, ताकि उन्हें दोबारा प्रकाशित किया जा सके। हालांकि उनका यह मिशन ठीक से पूरा नहीं हो सका।
उन्होंने अफगान विदेश नीति का अध्ययन और शोध किया और कोलंबिया विश्वविद्यालय में दाखिला लिया। उन्होंने लंदन में स्कूल ऑफ ओरिएंटल एंड अफ्रीकन स्टडीज और मास्को के इंस्टीट्यूट ऑफ पीपल ऑफ एशिया से भी डिग्री हासिल की।
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