20 दिसंबर को कांग्रेस के नेता श्री मोतीलाल वोरा का 93वाँ जन्म दिन था और 21 दिसंबर को उनका निधन हो गया। वे न तो कभी राष्ट्रपति बने और न ही प्रधानमंत्री लेकिन क्या बात है कि लगभग सभी राजनीतिक दलों ने उनके महाप्रयाण पर शोक व्यक्त किया? यह ठीक है कि वह देश या कांग्रेस के किसी बड़े (सर्वोच्च) पद पर कभी नहीं रहे लेकिन वह आदमी सचमुच बड़े थे। उनके- जैसे बड़े लोग आज की राजनीति में बहुत कम हैं। वोराजी जैसे लोग दुनिया के किसी भी स्वस्थ लोकतंत्र में आदर्श नेता की तरह होते हैं।
मोतीलाल वोराः स्वस्थ लोकतंत्र में आदर्श नेता
- श्रद्धांजलि
- |
- |
- 23 Dec, 2020

मुख्यमंत्री के तौर पर मोतीलाल वोरा जी बिना सूचना दिए ही मेरे घर आ जाते थे। 1976 में मैंने जब हिंदी पत्रकारिता का महाग्रंथ प्रकाशित किया तो उन्होंने आगे होकर सक्रिय सहायता की। स्वास्थ्य मंत्री के तौर पर उन्होंने पत्रकारों के इलाज में सदा फुर्ती दिखाई। वह उम्र में मुझसे काफ़ी बड़े थे लेकिन राज्यपाल बन जाने पर भी मुझे भरी सभा में ‘बाॅस’ कहकर संबोधित करते थे।