रामगढ़ (नैनीताल)। रामगढ़ डायलॉग के दूसरे दिन का दूसरा सत्र उत्तराखंड राज्य पर था। विषय था उत्तराखंड- आकांक्षा, हकीकत और उम्मीद। इस विषय पर चर्चा के दौरान राज्य आंदोलन का हिस्सा रहे सामाजिक कार्यकर्ताओं, पर्यावरणविदों और वरिष्ठ पत्रकारों ने राज्य के मौजूदा स्वरूप पर चिंता जाहिर की।
रामगढ़ डायलॉग- इस विकास में आम आदमी कहां है: चारू तिवारी
- साहित्य
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- 4 Oct, 2021
रामगढ़ डायलॉग में के दूसरे दिन उत्तराखंड के मुद्दों पर चर्चा हुई। इसमें शामिल लोगों ने राज्य के मौजूदा स्वरूप पर चिंता जाहिर की।

पर्यावरणविद एवं राज्य आंदोलन का हिस्सा रहे चारू तिवारी ने कहा कि ऐसे विकास का कोई मतलब नहीं है, जिसमें स्थानीय आम आदमी शामिल न हो। बीते 21 वर्षों में पहाड़ों को काटकर सड़क, सुरंग और बांध बनाने का काम किया गया है, लेकिन क्या इस विकास में राज्य के आम आदमी की भागीदारी है। हिमालयी क्षेत्र वास्तविक स्वरूप में बना रहे यह न केवल पूरे देश बल्कि एशिया के लिए भी उतना ही जरूरी है।