पूरे देश में 'जय श्री राम' का नारा लगा कर और हिन्दुत्व के ज़रिए राजनीतिक समीकरण को उलट-पुलट कर रख देने वाली बीजेपी ने जब केरल में ईसा मसीह का नाम लेकर अपने विरोधी पर हमला किया तो लोगों का ध्यान उस ओर गया। यह लगभग उसी समय हुआ जब बीजेपी के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की शिकायत पर बीजेपी-शासित मध्य प्रदेश में चार ईसाई भिक्षुणियों (ननों) को धर्मान्तरण का आरोप लगा कर चलती ट्रेन से उतार लिया गया था।
ईसा मसीह, गुड फ्राइडे के बाद क्या मोदी क़र्बला, हसन, हुसैन की बात करेंगे?
- केरल
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- 3 Apr, 2021

पूरे देश में 'जय श्री राम' का नारा लगा कर और हिन्दुत्व के ज़रिए राजनीतिक समीकरण को उलट-पुलट कर रख देने वाली बीजेपी ने जब केरल में ईसा मसीह का नाम लेकर अपने विरोधी पर हमला किया तो लोगों का ध्यान उस ओर गया।
मामला क्या है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल में चुनाव प्रचार करते हुए मुख्यमंत्री पिनराइ विजयन और सत्तारूढ़ लेफ़्ट डेमोक्रेटिक फ़्रंट (एलडीएफ़) पर ज़ोरदार हमला बोलते हुए ईसाई धर्म के संस्थापक और ईश्वर का दूत समझे जाने वाले ईसा मसीह का नाम लिया। उन्होंने कहा, "जूडास ने चाँदी के कुछ टुकड़ों के लिए प्रभु ईसा मसीह के साथ विश्वासघात किया। एलडीएफ़ ने सोने के कुछ टुकड़ों के लिए केरल के लोगों के साथ विश्वासघात किया।"
वह केरल में हुए कथित सोना तस्करी के बारे में बात कर रहे थे और एलडीएफ़ व मुख्यमंत्री को निशाने पर ले रहे थे।