भारत में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी को ग़लत ढंग से फ़ायदा पहुँचाने और उसके लिए अपने नियम क़ानून को ताक पर रखने के लिए फ़ेसबुक एक बार फिर विवादों में है। ताज़ा विवाद में फ़ेसबुक ने कई फ़ेक अकाउंट का पता लगाया और उन्हें हटा देने का निर्णय ले लिया था, पर जब उसे यह पता चला कि वे तमाम फ़ेक अकाउंट एक बीजेपी सांसद से जुड़े हुए हैं तो फ़ेसबुक ने अपना हाथ पीछे खींच लिया।
बीजेपी सांसद का था, इसलिए फ़ेक अकाउंट को नहीं हटाया फ़ेसबुक ने
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- 16 Apr, 2021
भारत में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी को ग़लत ढंग से फ़ायदा पहुँचाने और उसके लिए अपने नियम क़ानून को ताक पर रखने के लिए फ़ेसबुक एक बार फिर विवादों में है।

याद दिला दें कि बीते साल फ़ेसबुक एक बड़े विवाद में फँसा था जब यह बात सामने आई थी कि उसने बीजेपी के तेलंगाना विधायक टी राजा सिंह के मुसलमान विरोधी हेट स्पीच को हटाने का निर्णय कर लिया था, लेकिन फ़ेसबुक इंडिया की तत्कालीन पब्लिक पॉलिसी निदेशक आँखी दास के कहने पर ऐसा नहीं किया गया।
आँखी दास का कहना था कि उस बीजेपी विधायक को 'डैंजरस मैन' की श्रेणी में रखने से केंद्र सरकार से कंपनी के रिश्ते ख़राब होंगे और उससे कंपनी के भारत में कामकाज पर बुरा असर पड़ेगा।