बिंदु और कनकदुर्गा के बाद अब एक और महिला सबरीमला मंदिर के अंदर चली गई। श्रीलंका की रहने वाली इस महिला का नाम शशिकला है। इससे पहले बिंदु और कनकदुर्गा के मंदिर के अंदर जाने पर केरल में जमकर विरोध हुआ था। 1500 सालों से चली आ रही परंपरा में लंबी लड़ाई के बाद भी जब महिलाएँ मंदिर के अंदर नहीं जा सकी थीं, तो अचानक ऐसा क्या हो गया कि दो दिन में तीन महिलाएँ मंदिर के अंदर जाने में सफल हो गईं।
सबरीमला मंदिर के पुजारी और अयप्पा के भक्तों का मानना है कि भगवान की पवित्रता को बनाए रखने के लिए 10 से 50 साल की महिलाओं को मंदिर में नहीं आने देना चाहिए। जबकि महिलाओं की वही पुरानी माँग है कि आख़िर वे मंदिर के अंदर क्यों नहीं जा सकतीं। बता दें कि मासिक धर्म के आयु वर्ग में आने वाली महिलाओं को सबरीमला मंदिर में जाने की अनुमति नहीं है।
महिलाओं के प्रवेश के बाद भगवान अयप्पा के भक्तों का खून खौल चुका है। इसे लेकर गुरुवार को केरल में सुबह से शाम तक हंगामा हुआ। हिंसक प्रदर्शनों में कई लोग घायल हो गए और एक व्यक्ति की मौत हो गई। पुलिस ने हंगामा कर रहे 700 लोगों को हिरासत में ले लिया। लोग दिन भर पुलिस पर हमला करते रहे और दुकानों पर हमला करते रहे। बीजेपी सहित कई संगठनों ने इस दिन काला दिन मनाया।
सीसीटीवी फ़ुटेज में दिखा है कि 46 साल की शशिकला नाम की श्रीलंकाई महिला मंदिर के अंदर जा रही है। शशिकला ने कहा कि वह मंदिर जाने वाली सीढ़ियों के पास पहुँच गई थी। लेकिन विरोध कर रहे लोगों के कारण वह अयप्पा के दर्शन नहीं कर सकी। लेकिन पुलिस का कहना है कि शशिकला ने भगवान के दर्शन किए हैं।
शशिकला का कहना है कि 48 दिन तक व्रत करने के बाद उसे अयप्पा के दर्शन नहीं करने दिए गए। शशिकला के पास मेडिकल सर्टिफ़िकेट भी है जिसमें लिखा है कि उसका गर्भाशय निकाला जा चुका है। अयप्पा के भक्तों को महिला की उम्र को लेकर शक होगा, इसीलिए उन्होंने महिला के दर्शन करने का विरोध किया।
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