ज्यों-ज्यों किसान आंदोलन अपने चरम की ओर बढ़ रहा है, केंद्र सहित बीजेपी की राज्य सरकारों के प्रचार हमले बढ़ते ही जा रहे हैं। हमला करने वाले योद्धाओं में शीर्ष मंत्रियों की तोपें तो शामिल हैं ही, अपनी फ़ौज को कमज़ोर पड़ता देख बीच-बीच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं भी आकर इसकी बागडोर संभाल लेते हैं। प्रचार की ये तोपें अमूमन तथ्य और वास्तविक आँकड़ों की जगह झूठ के बारूद और गोलों से भरी होती हैं।