केरल में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने पर शनिवार से दो दिन के लिए संपूर्ण लॉकडाउन रहेगा। राज्य के मुख्य सचिव डॉ. वीपी रॉय द्वारा जारी एक आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि लॉकडाउन के दौरान कुछ मामलों में दी गई छूट जारी रहेगी। यह छूट उन क्षेत्रों के लिए है जहाँ पॉजिटिविटी रेट कम है। इधर केंद्र सरकार ने भी राज्य में संक्रमण के मामले बढ़ने पर केंद्र की टीम भेजने का फ़ैसला लिया है।
केरल में ये सब उपाए तब किए जा रहे हैं जब राज्य में बुधवार को 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 22 हज़ार से ज़्यादा मामले आए हैं। ये पूरे देश में हर रोज़ आ रहे मामलों के क़रीब 50 फ़ीसदी हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार को जारी बुधवार के 24 घंटों के आँकड़ों के अनुसार पूरे देश में क़रीब 43 हज़ार नये पॉजिटिव केस आए हैं।
केरल में इस तरह से संक्रमण बढ़ना चिंताजनक स्थिति है। ऐसा इसलिए भी है कि जून महीने से लगातार संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। देश में दूसरी लहर के शिखर पर होने के दौरान राज्य में हर रोज़ 40 हज़ार से ज़्यादा केस आने लगे थे लेकिन जून के मध्य तक घटकर क़रीब 7 हज़ार मामले हो गए थे। लेकिन इसके बाद से संक्रमण के मामले बढ़ते हुए जुलाई में 20 हज़ार से भी ज़्यादा आने लगे। 24 जुलाई को तो 35 हज़ार से ज़्यादा मामले आए थे। राज्य में फ़िलहाल क़रीब डेढ़ लाख सक्रिए मामले हैं।
बुधवार को जो क़रीब 22 हज़ार मामले आए वह पिछले 24 घंटों में 1,96,902 नमूनों के परीक्षण के बाद आए हैं। इसका मतलब पॉजिटिविटी रेट 11.2 प्रतिशत है। सामान्य तौर पर माना जाता है कि पॉजिटिविटी रेट 5 फ़ीसदी से ज़्यादा है तो चिंताजनक स्थिति है। केरल में सबसे अधिक प्रभावित ज़िलों में मलप्पुरम (3931), कोझीकोड (2400), एर्नाकुलम (2397), पलक्कड़ (1649), कोल्लम (1462), अलाप्पुझा (1461), कन्नूर (1179), तिरुवनंतपुरम (1101) और कोट्टायम (1067) हैं।
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने एक ट्वीट में कहा, 'केंद्र सरकार एनसीडीसी निदेशक की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय टीम केरल भेज रही है। चूँकि केरल में अभी भी बड़ी संख्या में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं, इसलिए टीम कोरोना के प्रबंधन में राज्य के चल रहे प्रयासों में सहायता करेगी।'
Central Government is sending 6 member team to Kerala headed by NCDC Director.
— Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) July 29, 2021
As large number of COVID cases are still being reported in Kerala, the team will aid state’s ongoing efforts in #COVID19 management.
बता दें कि केरल में ऐसे हालात पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चिंता जताई है। 5 जुलाई से 9 जुलाई तक केरल का दौरा करने वाली केंद्रीय टीम की प्रतिक्रिया का हवाला देते हुए स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि केरल को कोरोना को नियंत्रित करने के लिए और अधिक काम करने की ज़रूरत है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसको लेकर कुछ सुझाव दिए हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार इसने कहा है कि राज्य में सुपर स्प्रेडर जैसे कार्यक्रम हुए हैं। होम आइसोलेशन को सही से पालन कराया जाना चाहिए क्योंकि एक्टिव केसों के 95 फ़ीसदी लोग होम आइसोलेशन में हैं। कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन नहीं हो रहा है। टीकाकरण में तेज़ी लाए जाने की ज़रूरत है।
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